राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम (National Movement) तात्कालिक कारण लिटन की प्रतिगामी नीति जैसे- वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट, आर्म्स एक्ट, सिविल सेवा परीक्षा में आयु कम करना आदि। रिपन के समय इल्बर्ट बिल विवाद। Also Read: सामाजिक और धार्मिक सुधार आंदोलन प्रारम्भिक राजनीतिक संगठन कांग्रेस से पूर्व की संस्थाएँ भारत में स्थापित होने वाली संस्थाओं में भारतीय राष्ट्रीय […]
Archives for July 2022
भारत में श्रमिक आन्दोलन | Labour Movement in India
भारत में श्रमिक आन्दोलन (Labour Movement in India) भारत में श्रमिक आन्दोलन (Labour Movement in India) के अंतर्गत भारत में मजदूर संघ की गतिविधियाँ 19वीं सदी के उत्तरार्द्ध में आधुनिक उद्योगों की स्थापना के साथ आरम्भ हुई। Also Read: सामाजिक और धार्मिक सुधार आंदोलन प्रथम फैक्ट्री कमीशन एवं कानूनः प्रथम फैक्ट्री कमीशन बॉम्बे में 1875 […]
सामाजिक और धार्मिक सुधार आंदोलन
सामाजिक- धार्मिक सुधार आंदोलन ( Social Reform Movement in India) भारत में 19वीं शताब्दी में एक ऐसी नवीन चेतना का उदय हुआ जिसने देश के सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक एवं राजनीतिक जीवन को अत्यधिक प्रभावित किया। इसी नवचेतना को नवजागरण ( सामाजिक और धार्मिक सुधार आंदोलन) अथवा भारतीय रिनेसां के नाम से पुकारते हैं। पुनर्जागरण का […]
1857 का विद्रोह | 1857 Revolt
1857 का विद्रोह (1857 Revolt) 1857 से पूर्व सैनिक विद्रोह 1764-बक्सर में हेक्टर मुनरो के अधीन सैनिक दस्ते ने विद्रोह किया था। 1766-दोहरे भत्ते के नियंत्रण के मुद्दे पर क्लाइव के सैनिकों ने विद्रोह किया। 1806-वेल्लौर का सैनिक विद्रोह- इस विद्रोह को भड़काने का काम टीपू के पुत्र ने किया, जो उस समय वेल्लौर किले […]
ब्रिटिश प्रशासनिक नीति | British Administrative Policies
ब्रिटिश प्रशासनिक नीति (British Administrative Policies) वी. सुब्रह्मण्यम के अनुसार वर्तमान प्रशासनिक प्रक्रिया का सिलसिला सदियों तक विचारों का रहा, न कि संस्थाओं का। संस्थागत सिलसिला अंग्रेजों के शासनकाल की देन है। भारतीय प्रशासन के विकास में मौर्यकाल, मुगलकाल तथा ब्रिटिशकाल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मौर्य प्रशासन मौर्य प्रशासन, भारतीय इतिहास में दिलचस्पी का […]