झारखण्ड में 1857 का विद्रोह (Revolt of 1857 in Jharkhand) जिस प्रकार पूरा देश ब्रिटिश की नीतियों के खिलाफ था। उसी तरह झारखंड के लोग भी ब्रिटिशों के औपनिवेशिक नीति के खिलाफ थे और विद्रोह हेतु ब्रिटिश के विरुद्ध जो भारत में परिस्थितियाँ थी वहीं परिस्थितियाँ झारखंड में भी थी। झारखण्ड में 1857 का विद्रोह […]
झारखण्ड में विद्रोह | Revolt in Jharkhand
झारखण्ड में विद्रोह (Revolt in Jharkhand) झारखण्ड के आधुनिक कालीन इतिहास में यहाँ के निवासियों और अंग्रेजो के मध्य झारखण्ड में विद्रोह (Revolt in Jharkhand) हुए। झारखण्ड में हुए इन विद्रोहों (Revolt in Jharkhand) का विरोध झारखण्ड के क्रांतिकारियों द्वारा किया गया। इस टॉपिक में झारखण्ड के इतिहास का विस्तार से अध्यन करेंगे। अंग्रेजों के […]
झारखण्ड का इतिहास | History of Jharkhand Part- 2
मध्यकालीन झारखण्ड के इतिहास (History of jharkhand) झारखण्ड के इतिहास (History of jharkhand) के संदर्भ में मध्यकाल को 3 कालखंडों में बाँटकर झारखण्ड के इतिहास (History of jharkhand) के विषय में देखेंगे। सल्तनत कालीन-दिल्ली सल्तनत की स्थापना 1206 ई. में कुतुबुद्दीन ऐबक ने किया। दिल्ली सल्तनत 1526 ई. तक (कुल 320 वर्षों तक) कायम रहा। […]
झारखण्ड का इतिहास | History of Jharkhand Part- 1
झारखण्ड (Jharkhand) का नामकरण ‘झारखण्ड (Jharkhand) ’ शब्द का उद्गम दो शब्दों से मिलने से हुई है-झार अथवा झाड़ (जिसे स्थानीय भाषा में वन कहते हैं और खण्ड अर्थात् टुकड़ा (भू-भाग अथवा प्रदेश)। झारखण्ड (Jharkhand) का शब्दिक अर्थ हुआ-वन प्रदेश अथवा वनों (झाड़ों) का प्रदेश। झारखण्ड (Jharkhand) राज्य का सर्वप्रथम साहित्यिक प्रमाण ‘ऐतरेय ब्राह्मण’ से […]