गुप्तकाल में धार्मिक व्यवस्था (Religion in Gupta Era) भागवत धर्म (वैष्णव धर्म): गुप्तकाल में धार्मिक व्यवस्था के अंतर्गत गुप्त शासकों का राजकीय धर्म वैष्णव ही था। उन्होंने ‘परम भागवत’ की उपाधि ली तथा गरुड को अपना राजकीय चिन्ह बनाया। गुप्तकाल में धार्मिक व्यवस्था में ब्राह्मण धर्म का पुनरूत्थान हुआ। अब मूर्ति उपासना का केन्द्र बन […]
मौर्योत्तर कालीन अर्थव्यवस्था | Post-Mauryan Economy
मौर्योत्तर कालीन अर्थव्यवस्था (Post-Mauryan Economy) मौर्योत्तरकालीन प्रशासन की प्रमुख विशेषताएं मौर्योत्तर काल में विकेन्द्रीकरण की प्रवृत्तियों पर नियंत्रण रखने के लिए राजतंत्र में देवी तत्वों का समावेश किया गया। अब राजाओं की तुलना देवताओं से की जाने लगी। सातवाहन शासकों ने राजा के पद का दैवीयकरण किया। गौतमीपुत्र शातकर्णी की तुलना कृष्ण बलराम, भीम, अर्जुन से की […]
मौर्य साम्राज्य का इतिहास | History of Mauryan Empire
मौर्य साम्राज्य (Mauryan Empire) मौर्य साम्राज्य का उदय मगध के विकास के साथ-साथ मौर्य साम्राज्य का उदय हुआ। मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य (लगभग 321 बी.सी.ई.) का शासन पश्चिमोत्तर में अफगानिस्तान और बलूचिस्तान तक फैला था। उनके पौत्र अशोक ने जिन्हें आरंभिक भारत का सर्वप्रसिद्ध शासक माना जा सकता है, कलिग (आधुनिक उड़ीसा) पर […]
जैन धर्म का इतिहास | History of Jainism
जैन धर्म (Jainism) जैन धर्म के तीर्थंकर जैन धर्म में तीर्थ का अर्थ उन नियमों से है जो मनुष्य को भव सागर के पार उतार दो। कर का अर्थ करने वाला या बनाने वाला है। जैन विश्वास करते हैं कि महावीर स्वामी एक नये धर्म के संस्थापक नहीं थे, अपितु वे 24 तीर्थकरों की दीर्घ परम्परा […]
वायुदाब क्या है | What is air Pressure
वायुदाब (Air Pressure) वायुदाब का अर्थ वायुमंडल वायु का ढेर है, वायु की राशि है। वायु की यह राशि पृथ्वी के गुरूत्वाकर्षण के कारण टिकी हुई है। इस कारण इसमें वजन है, भार है। सैकड़ों-हजारों किमी. मोटी इस वायुराशि का भार या वजन लाखों करोड़ों टन है। अपने इस वजन के कारण वायुमंडल पृथ्वीतल पर […]