जैन धर्म (Jainism) जैन धर्म के तीर्थंकर जैन धर्म में तीर्थ का अर्थ उन नियमों से है जो मनुष्य को भव सागर के पार उतार दो। कर का अर्थ करने वाला या बनाने वाला है। जैन विश्वास करते हैं कि महावीर स्वामी एक नये धर्म के संस्थापक नहीं थे, अपितु वे 24 तीर्थकरों की दीर्घ परम्परा […]
6वीं सदी बी.सी.ई. में धार्मिक आंदोलन | Religious Movement
6वीं सदी बी.सी.ई. में धार्मिक आंदोलन 6वीं सदी बी.सी.ई. भारत में धार्मिक आंदोलन उत्तर भारत की मध्य गंगा घाटी में 6वीं सदी बी.सी.ई. में धार्मिक आंदोलन का उदय हुआ। अनेक मत तथा दर्शनों के प्रादुर्भाव ने बौद्धिक आंदोलन का रूप ग्रहण कर लिया। 6वीं सदी बी.सी.ई. में धार्मिक आंदोलन की इन बौद्धिक गतिविधियों का केन्द्र […]
ऋग्वैदिक काल | Rigvedic Period
ऋग्वैदिक काल (Rigvedic Period) नामकरणः- ऋग्वैदिक काल की जानकारी का प्रमुख स्रोत ऋग्वेद है। अतः इस काल को ऋग्वैदिक काल कहा जाता है। आर्य शब्द का अर्थ- आर्य शब्द भाषायी समूह का व्यंजक था। किसी धर्म या नस्ल का नहीं। वैदिक सभ्यता भी आद्य ऐतिहासिक युग से संबंधित थी। ऋग्वैदिक काल के स्रोत ऋग्वैदिक काल […]
हड़प्पा सभ्यता | Harappan Civilization
हड़प्पा सभ्यता नामकरण इस सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता इसलिए कहा जाता है, क्योंकि सर्वप्रथम 1921 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अवस्थित मांटगुमरी जिले के हड़प्पा नामक स्थल से इस सभ्यता की जानकारी प्राप्त हुई थी। हड़प्पा की खोज के बाद से अब तक लगभग एक हजार बस्तियों की खोज की जा चुकी है जिनकी […]
जलवायु का वर्गीकरण | Classification of Climate
जलवायु का वर्गीकरण किसी क्षेत्र में 30-35 वर्षों के लंबे समय की औसत वायुमंडलीय दशाओं को जलवायु (climate) कहते हैं। अब इसमें औसत वायुमंडलीय दशाओं से हटकर विशिष्ट दशाओं और संभावनाओं तक का विवेचन किया जाने लगा है। अतः, ‘जलवायु’ को परिभाषित करते हुए कहा जा सकता है कि यह मौसम में होने वाले परिवर्तनों […]